Sebi New leverage or Margin Rule in Hindi 2023 [ For Delivery, Intraday, Delivery, Future and Option, BTST ]
सेबी (Securities and Exchange Board of India) ने 1 सप्टेंबर से मार्जिन नियम में काफी बदलाव किये वह आज हम Sebi New Margin Rule in Hindi 2023 में देखेंगे। इस नये रुल से Retailer और Investors के ट्रेडिंग और डिलिवरी में क्या असर पड़ेगा यही आज हम पुरी डिटेल्स इस आर्टिकल में देखेंगे तो यह आर्टिकल पुरा पढिय़े।
मार्जिन क्या है ?
आपने अक्सर शेअर मार्केट के Advertising में अलग अलग ब्रोकर्स द्वारा कहते सुना होगा 15%, 20% , 30% क्या आपको मार्जिन चाहिये ? तो यही होता है मार्जिन (Margin) अथवा लिवरेज (Leavarage) का अर्थ।
आसान भाषा में मार्जिन का अर्थ समजा जाये तो कम पैसों में ज्यादा किंमत कि चींज खरिदना इसको हि Levarage अथवा Margin कहते हैं।
लिवरेज अथवा मार्जिन कैसे काम करता हैं?
चलिये जानते हैं इसे विस्तार से, अगर कोई शेअर कि किंमत है मान लिजीये 100 रुपयें है और अगर आपको उसपर आपके ब्रोकर के यहां से 10% Margin मिलता है तो वह शेअर को आप Margin लेकर 10 रुपयों में भी खरिद सकते हों।
पहले कई सारे ब्रोकर 1% से लेकर 20% तक भी ब्रोकरेज देते थे लेकिन अभी Sebi के नये नियम अनुसार इसका गणित पुरा बदल दिया गया हैं। पहले आपके पास 5000 रुपयें भी है तो आप Levarage कि मदत से 50 हजार रुपयों के भी शेअर खरिदी कर सकते थे लेकिन इसमें Sebi ने अंकुश लगा दिया है लेकिन एक्सपर्ट कि माने तो इससे हमारे ऊपर यानी Retailer को ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा, जो लोग ज्यादा मार्जिन लेके पहले ट्रेंड करते थे उनपर इसका असर जरुर देखने को मिलेगा।
Sebi New Margin Rule Effects in Hindi
अब हम देखेंगे कि अलग अलग प्रोडक्ट यानी Delivery, Intraday, Future & Options ( F&O) पर इसका क्या क्या असर पड़ेगा? वैसे तो बहुत सारे लोग इस मार्जिन के नियमों से काफी कंफ्यूज हैं अभी भी यह क्लियर नहीं हो रहा है कि क्या-क्या और किस मे बदलाव आया हैं तो आज आपको इसमें पुरे विस्तार से हर एक Product Margin Rule हम बचायेंगे।
डिलीवरी के लिये मार्जिन रुल (Delivery):
इंट्रा-डे के लिये मार्जिन रुल (Intraday):
पहले ब्रोकर्स Intraday मे 5 से 10X तक Levarage देते थे जादा से ज्यादा 20X मार्जिन देते थे और जो Full Service Brokers 50% तक मार्जिन देते थे लेकिन अब नये Sebi Margin Rule के हिसाब से अब आपको Intraday में ज्यादा से ज्यादा 5X यानी 5% तक हि मार्जिन दे सकेंगे।
अगर हम IRCTC Share Price का इसमें उदाहरण ले तो आज के समय में इसकी किमत है 2869.9 रुपये / शेअर, तो अगर हम इसे Intraday में खरिदने जायेंगे तो आपको इसी किंमत में 1 Share के बदले 5 Share Buy कर सकेंगें।
BTST में Leverage Rule क्या हैं?
बिटीएसटी ( Buy Today Sell Tomorrow) इसमें थोड़ा बहुत चेंज हमको देखने को मिलेंगा।
अगर आप आज किसी कंपनी के 10 शेअर 10000 रुपयों में खरिदते हो और दुसरे दिन उसे उसी प्राइस में यानी ना Profit ना Loss में बेच देते तो आपकी करिले हुये 80% राशी तुरंत आपको मिलेंगी और 20% राशी आपको उसके दुसरे दिन मिलेगी या T+1 होने पर मिलेंगी।
अगर आप आज 10 हजार रुपयों के शेअर आज खरिदकर उसी प्राइस में कल बेचते हो तो आपको उसमें से 8 हजार रुपयें ही उस दिन के लिये दुसरे शेअर खरिदने के लिये इस्तमाल कर सकते हों और 2 हजार रुपयें आपको उसके दुसरे दिन अकांउट में मिलेंगे।
Derivatives में New Margin Rule में क्या? (Future & Option)
अगर हम इसका उदाहरण लेते हैं तो आप इमेज में देख सकते हों कि अगर आप Bank Nifty को Future में खरिदते हो या बेचते हो तो आपको पुरी रक्कम जरुरी है।
यहां पर हम Bank Nifty Future का एक Lot खरिदने जाते हैं तो आपको 1,61,542,15 रुपयें लगेंगे यानी पुरी राशी देनी पड़ेगी और पहले के Rule अनुसार आप इसे खरिदने जाते तो आप इसे 50 या 60 हजार के राशी में खरिद सकते थें।
अगर हम Nifty और Bank Nifty को Option में खरिदने जाते यानी Call और Put को Buy करने जाते हैं तो इसमें आपको पहले जैसे हि उतने हि पैसे लगेंगे जितने पहले लगते थे। इसमे ज्यादा बदलाव नहीं देखने को मिलता अगर हम New Sebi Leverage Rule के नियमों कि बात करें।New Sebi Leverage Rule से किसका फायदा और नुकसान होगा ?
इससे फायदा देखें तो नये लोग जो भी इन्वेस्टमेंट्स या ट्रेडिंग करने आयेंगे उन्हें इसका काफी फायदा होगा। मतलब नये लोग ज्यादातर बिना शेअर मार्केट का गणित, रणनिती, रिसर्च किये बिना हि ट्रेडिंग करना चालु कर देते हैं और फ्युचर एंड ऑप्शन जैसी चीजों में लालच के कारण ज्यादातर लोग पैसा गवा देते हैं तो यह कम देखने को मिलेगा।
सबसे ज्यादा नुकसान अगर इससे किसी का होगा हो वह ब्रोकर कंपनीयों का होगा क्योंकि वह ज्यादा से ज्यादा मार्जिन देने के कारण ट्रेडिंग भी काफी ज्यादा लोग करते थे और इसकी वजह से उसमें उन्हें ज्यादा ब्रोकरेज अथवा कमिशन मिल जाता था इसलिये बहुत से ब्रोकर लोग इसके खिलाफ बहुत-से कैंपेन चला रहे हैं लेकिन यह रिटेलर्स के लिये देखा जाये तो यह निर्णय बहुत अच्छा हैं।
हर एक ट्रांजेक्शन पर बहुत से चार्ज और सर टैक्स जैसे कई प्रकार के चार्जेस सरकार को कम मिलेंगे इसलिये इसे सरकार के लिये नुकसान दायक ही कहना होगा।
Stock Exchange को भी हर अमाऊंट का थोड़ा प्रतिशत चार्जेस के रुप में मिलता था वह भी कम मिलेगा।
गवर्मेंट को भी इसमें से जो टॅक्सेस जाते थे या चार्जेस जाते थे वो अब कम मिलेंगे क्योंकि मार्जिन कम अथवा बंद होने के कारण पुरी राशी कम होगी और लोग अब कम ट्रेंड करेंगे।
इस आर्टिकल में हमने देखा New Margin Rule Sebi in Hindi 2023, इसमें हमने देखा मार्जिन अथवा लिवरेज होता क्या हैं और Sebi के नये Rule मुताबिक इसका किस प्रोडक्ट पर कितना इसका इफेक्ट पड़ेगा।
अगर थोड़ी गौर से इसे समझा जाये तो यह नये लोग जो मार्केट में आते हैं और जल्दी प्रोफिट के चक्कर में नुकसान कर बैठते हैं उसका प्रमान थोड़ा बहुत कम हो जायेगा।कुछ सालों में पेट्रोल इतना बढ़ेगा यह किसिने सोचा था क्या नहीं ना, सरकार बदलकर दुसरी आई कुछ बड़ा हुआ क्या नहीं ना वैसे हि इस New Sebi Margin Rule से इतना असर नहीं पड़ेगा, हो सकता है एक प्रोडक्ट को छोड़के लोग दुसरे प्रोडक्ट में ट्रेडिंग या निवेश करेंगे लेकिन इसका जादा असर लाॅग टर्म में पड़ेगा ऐसा नहीं लगता।
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें जरुर बताईये और अगर पसंद आते तो इसे अपने मार्केट रिलेटेड जानकारी रखने वाले मित्रों से जरुर साझा करें।
FAQ
Q: सेबी न्यु मार्जिन नियम के अनुसार इंट्रा-डे इक्विटी में कितना मार्जिन मिलेगा?
Ans: ज्यादा से ज्यादा 5X.
Q: सेबी का न्यु मार्जिन कब से पुरी तरह से लागु किया गया हैं?
Ans: 1 सप्टेंबर 2021 से.
Q: कौन-कौन से प्रोडक्ट में मार्जिन नियम लागु होगा?
Ans: Delivery, Intraday, BTST, Future and Option यानी सभी में.
Q: Sebi का Full Form क्या होता हैं?
Ans: Securities and Exchange Board of India.