
बिना कोई इंडिकेटर्स के सिर्फ केंडल देखकर कैसे करे इंट्राडे ट्रेंडिंग | How to select stock for intraday one day before without using Indicators 2022
इंट्राडे स्टेटर्जी बिना कोई इंडिकेटर्स के हिंदी में (Intraday Strategy for Tomorrow)
Intraday Trading Strategy on Price Action Hindi: शेअर मार्केट में लाॅग टर्म के लिये इन्वेस्टमेंट सबसे अच्छा माना जाता है लेकिन लोगों को अब कम समय में ज्यादा रिटर्न्स कहा मिलेगा वहां लोग जाने कि कोशिश करते हैं। इसलिये आज हम आपके लिये एक ऐसी स्टेटर्जी लेकर आये हैं जहां पर आप आसानी से इसे फोलो करके इंट्राडे में पैसे कमा सकते हो।
अगर आपको ट्रेंडिंग क्या हैं यह जानना है तो आप ट्रेडिंग क्या हैं? यह आर्टिकल को भी पढ़ सकते है. आपको ट्रेडिंग करने के लिये पहले शेअर मार्केट का गणित जानना जरुरी हैं।
ज्यादातर लोग शेयर बाजार में किसी कि सुनकर या न्युज से शेयर को खरिदते और बेचते हैं, नहीं तो इंडिकेटर्स के सहारे ट्रेंड लेने कि कोशिश करते हैं। लेकिन मैं आपको बताऊं कि इंडिकेटर के सहारे ट्रेंड से भी कई बार आपको नुकसान हि उठाना पड़ता हैं।
अगर जादातर इंडिकेटर्स को देखा जाये तो यह आपको देर से ट्रेंड में इंट्री करा देते हैं और ज्यादा प्राॅफिट के चक्कर में हम ज्यादातर उसमें फंस जाते हैं। ऐसा नहीं है कि इंडिकेटर्स काम नहीं करते हैं, करते हैं लेकिन वैसा नहीं जैसा हमको दिखता हैं। अगर आपको चार्ट का ज्यादा एक्सपिरियंस है तो आप इसे समझ पाते हैं लेकिन अक्सर नये शेयर मार्केट में आनेवाले इंडिकेटर्स से और भी नुकसान कर बैठते हैं।
इसलिये अगर आपको सिर्फ प्राइस ऍक्शन देखकर इंट्राडे करना है तो आज हम आपको एक ऐसा तरिका बताने जा रहे हैं जिसमे किसी भी इंडिकेटर्स को लगाने कि आपको जरुरत नहीं लगेगी। यह स्टेटर्जी सिर्फ आपको चार्ट पर कैंडल देखकर ट्रेंड लेना है ना कि कोई इंडिकेटर्स को देखकर तो चलिये देखते हैं यह स्टेटर्जी।
सबसे पहले यह पता होना चाहियें ( Things to Know Before Trading)
नोट- यह स्टेटर्जी के लिये आपको चार्ट में 1 Day का Timeframe लेना होगा यानी हर कैंडल आपको एक दिन कि दिखाई देगी। आपको अगर आज ट्रेंड लेना है तो आपको कलवाले दिन कि कैंडल देखनी हैं।
पहले आपको इसमें कैंडल कैसे तयार होती है यह मालुम होना चाहिए। नीचे दिये गई तस्वीर में आपको 3 तरह के कैंडल दिखाई पड़ेंगे।
पहले नंबर में आपको जो कैंडल दिखाई दे रही है उसमें आपको बीच में कैडल कि बाॅडी है जो बड़ी है। नीचे और ऊपर जो शाडो है वह छोटे दिखाई पड़ रहे हैं। इसका मतलब यह होता है कि दिनभर इसमें Buyers आते गये हैं आखिर में थोड़े seller आये लेकिन Buyers ज्यादा होने कि वजह से कैंडल कि बाॅडी बड़ी बन गई हैं जो कि ग्रीन है यानी यह सकारात्मक संकेत है अगले दिन में इंट्रा-डे के लिये यह स्टाॅक पकड़ने के लिये।
दुसरे नंबर में आपको जो कैंडल दिखाई दे रही है वह पहले ओपन तो ग्रीन में हुआ और थोड़ी देर के लिये Sellers भी आये लेकिन Buyers ज्यादा होने कि वजह से उन्होंनेे उसे ऊपर लेके गयें और आखिर में ऊपर ही Close करें यानी इसमें Buyers को भरोसा है कि यह शेयर ऊपर जाने के बहुत चान्स है इसलिये यह ऊपर हि क्लोज हुआ हैं। यह भी इंट्रा-डे के लिये आप पकड़ सकतें हैं।
तिसरे नंबर के कैंडल में जो दिखाई दे रहा है वह खुलते ही ऊपर गया है लेकिन बाद में Seller ने इसे नीचे लाकर यह शेयर ने क्लोजिंग दी हैं। इसका मतलब Sellers थोड़े हावी हो गयें हैं इसलिये यह दिखने में तो पाॅसिटीव में क्लोज हुई हैं लेकिन यह कैंडल थोड़ी निगेटिव हैं। इसलिये ऐसी कैंडल दिखे तो हमे ट्रेंड नहीं लेना हैं।
कौनसी कैंडल है ज्यादा पाॅसिटीव्ह ( Which is More Powerful Positive or Negative)
उपर दिये गये कैंडल को अगर आप देखोगे तो आपको 1 और 2 नंबर में कौनसी ज्यादा अच्छी या पाॅसिटिव्ह दिख रही है ऐसा पुछेंगे तो इसमें 2 नंबर कि कैंडल जादा अच्छी हैं अगर तुलना करें 1 नंबर कि कैंडल से तो क्योंकि पहले नंबर में ज्यादा तो खरिदनेवाले हैं ना कि बेचनेवाले पर दुसरी नंबर पर खरिदनेवाले भी थे लेकिन बीच में इसने लो भी लगाया है इसका मतलब Sellers को मात देकर Buyers ने इसे ऊपर क्लोज कर दिया हैं।
इसमें इंट्री, एक्सिट और स्टाॅपलाॅस क्या रखें ( Entry, Exit & Stoploss)
ट्रेड इंट्री कब लेनी हैं ( Trading Start Time)
आपको रोज पहले ऐसे ४-५ स्टाॅक को मार्केट बंद हो जाने के बाद ढुंढने है जिसमें उपर दिये गये 1 और 2 नंबर कैंडल जैसा Day Candle बनाई हुई हों। याद रखे आपको टाईम फ्रेम को Day पर हि रखना है।
उसके बाद आपको मार्केट चालु होते ही उसपे नजर रखनी हैं। मार्केट चालु होने के बाद अगर आपने चूने हुये स्टाॅक में से उन्हीं स्टाॅक को चुनना है जो कि ज्यादा गॅप अप और ज्यादा गॅप डाउन ना हुये हों। अगर जादा गैप अप और ज्यादा गैप डाऊन ओपन होनेवाले स्टाॅक्स को इग्नोर करें क्योंकि उन्होंने पहले से ही मुव्हमेंट करली हैं।
इंट्री लेते वक्त आपको पिछले दिन कि क्लोजिंग प्राइस क्या हैं यह देखना हैं और अगर आज अगर पिछले दिन के क्लोजिंग को थोडा भी निचे से क्राॅस करता है तब आपको वहा शेयर को खरिदना हैं। इंट्री तो हो गई अब चलिये एक्सिट कहा करना है और स्टाॅपलाॅस क्या लगाना हैं।एक्सिट कब करें और स्टाॅपलाॅस क्या रखें (Trailing Stop Loss Exit Strategy)
आपको एक्सिट और स्टाॅपलाॅस कितना लगाना है यह आपके रिस्क के हिसाब से और आप के कैपिटल पे डिंपेंड करता हैं। चाहे तो आप कल का लो या ओपन प्राइज पे आप स्टाॅपलाॅस को लगा सकते हो। अगर स्टाॅपलाॅस बड़ा होता है तो आप थोड़े से स्माॅलर टाईम में जा के पिछले वाले कैंडल का लो भी स्टाॅपलाॅस रख सकते हैं जैसे कि आप एक घंटे या 15 मिनीट कि कैंडल में जाके भी अपना स्टाॅपलाॅस को अपने रिस्क हिसाब से। रख सकते हों। नहीं तो सिचवेशन के हिसाब से भी आप स्टाॅपलाॅस को ट्रेंल करके भी रिस्क को कम करते जा सकते हैं।
इस स्टेटर्जी का उदाहरण ( Example)
चलिये देखते हैं इस स्टेटर्जी का एक उदाहरण जिससे आपको यह पुरी स्टेटर्जी समझ आ जायेगी
इसके लिये हम Reliance Share Price का 6/12/2020 के दिन का कैंडल देखते हैं जो कि आप दिये गये पिक्चर में देख सकते हों इसमें अगर आप दिखेगा इसमें एक स्टाॅग कैंडल आपको दिखाई दे रही है जो कि लगभग 1590 के आसपास क्लोज हो गई हैं। अगर आप इसमें दुसरे दिन इंट्री लेते जब यह नीचे से उपर 1590 प्राइस को क्राॅस करता तो आप देख सकते हों कि यह शेयर का प्राइस अगले दिन 1626 रुपयों तक जा चुका है अगर आप इसमे स्टाॅपलाॅस ट्रेल करके भी जाते तो भी आप सोच सकते हों आपको कितना प्रोफिट मिल गया होता लगभग आपको 36 Points का प्रोफिट यहां पर आसानी से मिल जाता अगर आप इस स्टेटर्जी को फोलो करते तो।
इस स्टेटर्जी को देखने से पहले यह बाते जरुर ध्यान रखें (Things to Know Before Entering)
यह स्टेटर्जी को आप अच्छे स्टाॅक्स यानी निफ्टी 50 या Large Cap Stocks में ही ज्यादातर इस्तेमाल करें। बाकी जगह भी यह इस्तमाल कर सकते हैं लेकिन वहा ज्यादा वोलाटिलिटी से आपके स्टाॅपलाॅस हिट होने कि संभावना ज्यादा रहती हैं।
गिने चुने स्टाॅ्स ही पहले से निकाल लें अगर आप ज्यादा स्टाॅक को निकालते हैं तो आपको कंनफ्युजन हो सकता है इसलिये 4-5 स्टाॅक को ही चुने। ज्यादा स्टाॅक को ना रखें ट्रेडिंग के लिये।
अगर आपके निकाले हुये स्टाॅक्स में से ट्रेंड ना मिले तो जबरदस्ती ट्रेंड में ना घुसे उस दिन ट्रेंड ना लें तो बेहतर होगा।
इस स्टेटर्जी को इस्तमाल में लेने से पहले एक महिने के लिये पेपर ट्रेंड अवश्य करें बाद में इसे इस्तमाल करें, ऐसा भी हो सकता है कि आपको पहले ही दो दिन इसमें आपका स्टाॅप लाॅस हिट हो जाये लेकिन अगर आप महिना दो महिने इस एक हि स्टेंटर्जी पर काम करते हैं तो आखिर में आपको पता चल जायेगा कि यह कितने काम कि और कितनी कारगर हैं। अगर आप पेपर ट्रेंड में आपको इससे फायदा मिलता दिखता है तो हि इसे इस्तमाल करें।
आपको यह Intraday Trading Strategy on Price Action Hindi कैसी लगी यह हमें अवश्य बताईये और अगर आपको यह जानकारी काम कि लगी हो तो इसे अवश्य अपने मित्रों से जरुर साझा करें। अगर कोई सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें।
FAQ
Q: यह इंट्रा-डे स्टेटर्जी किस पर आधारित हैं?
Ans: कैंडल चार्ट पे आधारित हैं.
Q: इस स्टेटर्जी में कितना टाईम फ्रेम हैं?
Ans: यह वन डे टाईम फ्रेम पर आधारित है लेकिन स्टाॅपलाॅस के लिये आप इस टाईम फ्रेम को कम भी कर सकते हों.
Q: इसमें कब ट्रेंड नहीं लेना हैं?
Ans: अगर ज्यादा गैप अप और गैप डाउन ओपन होता है तो इसमें ट्रेंड को ना लें.
Q: किस स्टाॅक्स पर ये स्टेटर्जी आजमानी चाहियें?
Ans: निफ्टी 50 और लार्ज कैंप स्टाॅक्स में ही हो सके तो इस आजमाईयें.
शेयर बाजार से कितना कमा सकते हैं?
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